पिछले वर्ष की तुलना में जुलाई 2022 और जून 2023 के बीच नियमित या वेतनभोगी नौकरियों में श्रमिकों के अनुपात में गिरावट आई है
महामारी के दौरान लाखों लोगों की नौकरी चली गई और कईयों के वेतन में 10 से 50 फीसदी तक या इससे अधिक कटौती कर दी गई.